पाटलिपुत्र टेक्नोलाजी पार्क 53 करोड़ की लागत से बनेगा

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बजट पूर्व परिचर्चा की दूसरी बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील कतुमार मोदी
बजट पूर्व परिचर्चा की दूसरी बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील कतुमार मोदी

पटना। पाटलिपुत्र टेक्नोलाजी पार्क का 53 करोड़ की लागत से निर्माण होगा। बजट पूर्व परिचर्चा की दूसरी बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कही। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से पाटलिपुत्रा स्थित साफ्टवेयर टेक्नोलाजी पार्क आफ इंडिया (एसटीपीआई) के विस्तार का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ होने वाला है। इसके अलावा बिहटा में 58 एकड़ में आईटी पार्क और पटना के डाकबंगला चैराहा के पास आईटी टावर के लिए जमीन चिन्ह्ति किया जा चुका है। सूचना प्राद्यौगिकी प्रक्षेत्र से जुड़े लोगों से विमर्श के बाद उन्होंने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि दरभंगा और भागलपुर मे दो-दो एकड़ में 10-10 हजार वर्गफीट में एसटीपीआई का निर्माण शीघ्र प्रारंभ होगा। बिहटा में नइलेट के 15 एकड़ के परिसर में जहां प्रशिक्षण कार्य चल रहा है, वहीं नई टेक्नोलाॅजी के और भी कोर्सेस शुरू किए जायेंगे। इसके अलावा बक्सर और मुजफ्फरपुर में एक-एक एकड़ में एक हजार प्रक्षिणार्थियों की क्षमता का टेक्नोलाॅजी व साॅफ्टवेयर प्रशिक्षण के लिए नाइलेट केन्द्र का निर्माण प्रस्तावित है।

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भविष्य की तकनीक को ध्यान में रख कर नाइलेट केन्द्र को ही एडवांस ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पटना के बिस्कोमान टाॅवर में भी साॅफ्टवेयर डेवलपर के लिए आॅफिस की जगह उपलब्ध है।

परिचर्चा में आईआईटी, बीआईटी, एनआईटी व नाइलेट के अलावा साॅफ्टवेयर व हार्डवेयर, स्टार्टअप, काॅल सेंटर, स्किल डेवलपमेंट, काॅमन सर्विस सेंटर व टेली मेडिसीन आदि के क्षेत्र में टेक्नोलाॅजी के जरिए काम करने वाले करीब दो दर्जन से अधिक लोगों ने अपने सुझाव दिए। बैठक में वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस. सिद्धार्थ और आईटी सचिव राहुल सिंह के अलावा अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।

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आज के ट्वीट

  • दिल्ली विधानसभा के चुनाव में मतदाताओं ने उस सरकार से मुक्ति पाने का मन बना लिया है, जो वहां की लाइफलाइन साबित हुए बिहार-यूपी के लोगों को बोझ बताती है और बेहतर इलाज के लिए राजधानी आने से रोकना चाहती है, लेकिन टुकड़े-टुकड़े गैंग के प्रति नरमी बरतती है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार की अड़ंगेबाजी के चलते जेएनयू के छात्र नेता के खिलाफ देशद्रोह जैसे गंभीर मामले में भी आरोपपत्र दाखिल नहीं हो सका। यह चुनाव दिल्ली में बिहारियों को अपमानित करने वालों को रोकने वाला सिद्ध होगा।
  • राजद नेतृत्व को बताना चाहिए कि चारा और अलकतरा घोटाले किस सिद्धांत के तहत हुए? पार्टी ने लोहिया के गैरकांग्रेसवाद के विचार को कूड़ेदान मे क्यों डाल दिया? लालू परिवार के जो आधा दर्जन लोग आर्थिक अपराध के मामलों में अभि़युक्त हैं, वे किस नैतिकता का पालन करते रहे? डिक्शनरी से खोज कर अपने लिए अच्छे और दूसरों के लिए गालियां लिखने वालों की कोई विश्वसनीयता नहीं होती।
  • दिल्ली में अमित शाह और नीतीश कुमार की रैली इतनी शानदार रही कि उनके मंच साझा करने के जोरदार झटके विरोधियों ने पटना तक महसूस किये।

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