- छात्रों और नेताओं ने की विकसित बिहार पर बातचीत
- छात्र संसद में स्वास्थ्यमंत्री समेत कई नामचीन शामिल
पटना। रविवार को ज्ञान भवन (गांधी मैदान, पटना) में छात्र संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन स्वास्थ मंत्री मंगल पाण्डेय, पर्यटन मंत्री प्रमोद कमार, विधायक श्याम रजक, एमएलसी देवेश चंद्र ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता आकांक्षा चित्रांश, डॉक्टर संगीता, दुर्गेश कमार सोनु और राकेश पाण्डेय के द्वारा किया गया। इसमें हजारों की संख्या में छात्र मौजूद थे। छात्र संसद को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि नौजवान जिधर चलते हैं, जमाना उधर ही चलता है, लेकिन आज जरूरत है नौजवानों को एक सही दिशा देने की। उन्होंने छात्रों से आह्वान करते हुए कहा कि अगर युवाओं का साथ मिला तो हम बिहार से गरीबी को खत्म करेंगे। स्वच्छ बिहार का निर्माण करेंगे, जिससे लोगों को एक स्वस्थ जीवन मिलेगा। मंगल पाण्डेय ने कहा कि एक विकसित बिहार को बनाने में हम सबको मिलकर काम करना होगा।
बिहार की भूमि कई धर्मों की मोक्ष भूमि है: प्रमोद कुमार
छात्र संसद को सम्बोधित करते हुए पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि मैं जयप्रकाश नारायण द्वारा निर्मित छात्र संसद से निकला एक नेता हूं। बिहार की भूमि कई धर्मों की मोक्ष भूमि है। बिहार में जात-पात आज के समय की एक प्रमुख समस्या है। हम सबको मिलकर इस जात-पात को खत्म करना होगा, जिससे एक समतामूलक बिहार बनाया जा सके ।
हेल्पिंग ह्यूमन से आकांक्षा चित्रांश ने छात्र युवा संसद को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार के छात्रों की सबसे बड़ी समस्या अच्छी शिक्षा और रोजगार की है। आज जरूरत है छात्र शिक्षा और रोजगार के अधिकारों को पाने के लिए आगे आएं। जिससे एक विकसित बिहार बनाया जा सके।
एमएलसी देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि आज बिहार विकास के मामले में सबसे निचले पायदान पर खड़ा है। हमारे यहाँ गरीबी हैं, रोजगार नहीं है, जात पात का बोलबाला है। हम लोगों को जातिवाद को खत्म कर एक विकसित बिहार को बनाना होगा। विधायक श्याम रजक ने अपने भाषण में कहा कि बिहार में महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह की शुरुआत की, जिसमे छात्रों का उन्हें काफी सहयोग मिला।
शिक्षाविद आर.पी. सर ने छात्र संसद को सम्बोधित करते हुए कहा कि सबको शिक्षा दिए बगैर बिहार को विकसित नहीं बना सकते हैं। जब सरकार ने छात्रों को पढ़ने के लिए क्रेडिट कार्ड की व्यवस्था की है तो हम शिक्षकों का दायित्व है कि यह सुनिश्चित करें कि सभी छात्रों को शिक्षा मिले। चाहे छात्रों के पास पैसा हो या नहीं हो।
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बिहार छात्र संसद के आयोजक दुर्गेश कुमार सोनू ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह छात्र संसद छात्रों को अपने जनप्रतिनिधियों से बातचीत करने का एक खुला मंच है, जिसमें छात्र विभिन्न मसलों पर जनप्रतिनिधियों से सीधा संवाद स्थापित कर सकते हैं। ज्ञान भवन में पूरे दिन चले इस छात्र संसद को छात्र संसद के संस्थापक अंकित कुमार, राकेश पाण्डेय, आदित्या शंकर, राजेश वर्मा, केशव शर्मा, सहित कई उन्य लोगों ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन चंदन ने किया।