- बिजली के लिए अस्पताल हुआ आत्मनिर्भर, मरीजों को मिलेगा गर्म पानी
- जर्मन मंत्री ने अस्पताल का भ्रमण कर चिकित्सकीय प्रबंधन को सराहा
वाराणसी (हरेन्द्र शुक्ला)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में फोटो वोल्टाइक थर्मल तकनीक का उद्घाटन जर्मन संघीय अध्यक्ष आर्थिक सहयोग एवं विकास श्रीमती क्रिस्टियान हाइरोनिमस और विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डा. नीरज त्रिपाठी के कर कमलों द्वारा किया गया। जर्मनी की मदद से लग रहे इस प्लांट से न सिर्फ बिजली की जरूरत ही नहीं पूरी होगी, बल्कि अस्पताल परिसर के कुछ हिस्सों में गर्म पानी की आपूर्ति भी की जाएगी। बीएचयू के सर सुन्दरलाल अस्पताल में इसकी पहली यूनिट चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के छत पर स्थापित की गई, जो 18 किलोवॉट विद्युत् तथा 43 किलोवॉट ताप ऊर्जा का उत्पादन करने में सक्षम है।
जर्मनी द्वारा भारत में स्थापित होने वाला प्रदेश का पहला प्लांट बन गया है। कार्यक्रम में जर्मन संघीय अध्यक्ष आर्थिक सहयोग एव विकास श्रीमती क्रिस्टियान हाइरोनिमस ने कहा कि हम लगातार भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे है। हम उम्मीद करते हैं कि जो प्लांट आज अस्पताल में लगाया गया, उससे ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित होंगे। अस्पताल का सहयोग हमें प्राप्त होगा और हम भविष्य में नई तकनीकों के साथ और पर्यावरण, ऊर्जा और प्राकृतिक संसाधनों को लेकर भारत के साझेदारी में सतत आगे बढ़ेंगे।
जर्मन देश के विकास सहयोग निदेशक डॉ. जुली रेवेरी ने कहा कि आज खुशी का दिन है अस्पताल अब बिजली के लिए पानी पर निर्भर नहीं रहेगा। आसानी से मिलने वाली सूर्य की ऊर्जा से अब बिजली प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि यह खास तरह की तकनीक है जिससे सौर्य ऊर्जा का पूरा सदुपयोग किया जा सकता है। नई तकनीकों के साथ बने इस प्लेटों पर तेज धूप का भी कोई असर नहीं पड़ने वाला।
कुलसचिव डा नीरज त्रिपाठी ने कहा कि बड़े लक्ष्य की तरफ छोटे कदम ही ले जाते है। भले ही यह पहला कदम हो मगर फरवरी माह तक 8 किलोवॉट तक के प्लांट सभी विभागों की बिल्डिंगों पर लगा दी जाएंगी। उसके बाद जब नए बिल्डिंग बनेंगे तो उसके साथ सौर्य ऊर्जा का इस्तेमाल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस साझा प्रयासों से दोनों देशों के बीच संबंध भी मजबूत होंगे। उम्मीद करते है कि भविष्य में भी जर्मनी का सहयोग मिलता रहेगा। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विजयनाथ मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल के सपनों अनुरूप बीएचयू का सर सुंदरलाल चिकित्सालय ग्रीन ऊर्जा परिक्षेत्र बनने की दिशा में कदम बढ़ा चूका है। फोटो वोल्टाइक थर्मल प्रौद्योगिकी की सार्थकता पर एक वर्ष तक शोध किया जाएगा। तब तक इसका उपयोग बिजली आपूर्ति और गर्म पानी के लिए किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विजयनाथ मिश्र ने जर्मन मंत्री श्रीमती क्रिस्टियान हाइरोनिमस के साथ आई उनकी टीम को अस्पताल का भ्रमण करवाया, उन्होंने बाल रोग विभाग पहुंचकर नवजात शिशुओं को मिल रही चिकित्सकीय सेवाओं के लिए भूरि-भूरि प्रशंसा की। साथ ही जुड़वा बच्चों के शल्य चिकित्सा पर चिकित्सकों और एमएस को बधाई दी। एमएस ने बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के लिए भी चिकित्सकों के आदान-प्रदान के संदर्भ में वार्ता की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आयुष्मान भारत योजना के तहत मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकर प्रधानमंत्री को बधाई भी दी। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ महामना पं मदन मोहन मालवीय जी के चित्र पर माल्यार्पण और कुलगीत से हुआ। संचालन डॉ. निधि और धन्यवाद ज्ञापन डिप्टी एम एस प्रो. जीएन श्रीवास्तव ने दिया । इस अवसर पर उप-चिकित्साधीक्षक डॉ. आनंद श्रीवास्तव, असिस्टेंट रजिस्टार संजय गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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