पीएम मोदी 22 को करेंगे प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन, राष्ट्रपति 23 को करेंगे समापन
- हरेन्द्र शुक्ला
वाराणसी। इस बार प्रवासी भारतीय सम्मेलन का तीन दिवसीय आयोजन प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में किया गया है। प्रवासी भारतीय सम्मेलन में दुनिया के देशों से, सरकारी आंकड़े के अनुसार, लगभग 50801 प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शिरकत करेंगे। काशी आओ प्रवासी के गगनभेदी नारे के साथ करोड़ों खर्च कर सरकार की यह मंशा है कि काशी आने वाले प्रवासी अपनी जड़ों की ओर मजबूती के साथ लौटें।
काशी में 21 से 23 जनवरी तक आयोजित तीन दिवसीय प्रवासी सम्मेलन के मद्देनजर पूरे शहर को चमकाने का अंतिम चरण भी चल रहा है। विदेश मंत्री और मुख्यमंत्री, मंत्री सहित पूरा सरकारी अमला दिन-रात एक कर के काशी को सजाने-संवारने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। फिर भी जहां अस्सि से लेकर दशाश्वमेघ घाट तक चमकाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई है, वहीं पता नहीं क्यों नंदेश्वर घाट, सक्का घाट, तेलियानाला घाट, नया घाट और प्रहलाद घाट पर हरे रंग का पर्दा लगा कर कूड़े के ढेर और जर्जर घाटों को ढंक दिया गया है।
पांचों घाटों पर दुश्वारियों, नाकामियों और गंदगी को छुपाने के लिए लगाये गये पर्दो को देख कर मुंशी प्रेमचंद की पर्दा नामक कहानी याद आना लाजिमी है। बताते चलें कि मेहमानों को काशी दिखाने का यह तरकीब पहली बार नहीं अख्तियार किया गया है। इसके पूर्व वर्ष 2018 में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रांन जब भारत आये थे तो उस समय भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का उनको भ्रमण कराया था।
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किसी भी सियासी सता के साथ जीने-मरने की सौगंध खाये बैठे अधिकारियों ने गंगा जी में गिरने वाले बड़े-बड़े नालों के मुहाने पर मोदी-मैक्रान की बड़ी-बड़ी तस्वीर लगी होर्डिंग लगा कर उन्हें काशी के दर्शन से आत्मसात करा दिया। गौरतलब है कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन के मद्देनजर बाबतपुर हवाई अड्डा से लेकर गंगा घाटों तक रंग-रोगन और फसाड लाइटों से भव्य स्वागत का माहौल लगभग बना दिया गया है। एअरपोर्ट, सारनाथ, कैंट रेलवे स्टेशन, गंगा घाट, शहर के मुख्य मार्ग और चौराहों, दीवारों का दुल्हन की माफिक सोलहों श्रृंगार कर दिया गया है।
बताते चलें कि 22 जनवरी को प्रवासी भारतीय सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद 23 जनवरी को समापन करेंगे। इसके पूर्व 21 जनवरी को सूबे के राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उतर प्रदेश प्रवासी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगें। वही विदेशमंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज 21 से 23 जनवरी तक प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शिरकत करेंगी।
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