पटना। प्रयागराज में 15 जनवरी 2019 से प्रारंभ हो रहे कुंभ के माध्यम से सर्वसाधारण को अपने अतीत के साथ एक बार फिर से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा। उत्तर प्रदेश सरकार देश के हर हिस्से से लोगों की भागीदारी इस सांस्कृतिक आयोजन में सुनिश्चित करने के लिए हर प्रदेश से लोगों को यहां लाने का प्रयास कर रही है। देश के हर सांस्कृतिक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व इस कुम्भ मेले में देखने को मिलेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम, खान-पान, उत्सव के साथ-साथ इस देश की प्राचीनतम सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित आयोजन भी यहां कुम्भ में देखने को मिलेंगे। एक नया भारत प्रयागराज में बसने जा रहा है। उक्त बातें शनिवार को प्रेस वार्ता में उत्तर प्रदेश सरकार की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहीं।रीता बहुगुणा ने बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात कर उन्हें भी मेले में शामिल होने का निमंत्रण दिया।
उन्होंने कहा कि कुंभ भारत की महान परंपरा का प्रतीक है। देश के अंदर चार स्थानों पर यह पवित्र आयोजन संपन्न होता है, जिसमें प्रयागराज का कुंभ अपने आप में देश और दुनिया के लिए अलग ही कौतूहल एवं आकर्षण का विषय बनता है। प्रेस वार्ता का आयोजन पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार एवं सी.आई.आई. के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। इस अवसर पर रीता बहुगुणा ने सभी प्रदेशवासियों को कुंभ महापर्व में शामिल होने का निमंत्रण दिया।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज में कुंभ के आयोजन को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में सम्मान दिया गया है। प्रयागराज में कुंभ का आयोजन 15 जनवरी से लेकर 4 मार्च तक किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा इस आयोजन की प्रकृति के अनुरूप प्रयागराज के कुंभ 2019 का नया लोगो भी लॉन्च किया गया है। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रयागराज मेला प्राधिकरण का भी गठन किया गया है। कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएँ मुहैया कराई जाएंगी।
मेले में प्रथम बार 10,000 व्यक्तियों की क्षमता वाला गंगा पण्डाल, 2000 क्षमता का एक प्रवचन पण्डाल, 1000 क्षमता के 4 सांस्कृतिक पण्डाल स्थापित किये जा रहे हैं, जिनमें सांस्कृतिक कार्यक्रम लगातार होते रहेंगे। 20,000 आम श्रद्धालुओं के लिए प्रथम बार यात्री निवास आदि की व्यवस्था भी की जा रही है।
स्वच्छता को देखते हुए मेले में 54,000 बायो टॉयलेट्स की व्यवस्था की गई है। वहीं 5000 लोगों के रहने की व्यवस्था के लिए 5 स्टार एवं 3 स्टार टेंट का निर्माण किया जा रहा है। मेले तक लोगों के पहुंचने के लिए 400 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया गया है, जिसमें ई-व्हीकल्स से घूमने की व्यवस्था की जाएगी। भीड़ को देखते हुए राज्य में ट्रेनों का परिचालन बढ़ा दिया गया है। साथ ही एक नए एयरपोर्ट का शिलान्यास भी किया गया है। उन्होंने बताया कि 5000 प्रवासी एक साथ वाराणसी से संगम में डुबकी लगायेंगे।
हमारे लिए यह बड़े गर्व की बात है कि 32 देशों के राजनयिकों एवं प्रतिनिधियों ने अपने देश के राष्ट्रीय ध्वज को कुंभ नगरी में स्थापित किया है। रीता बहुगुणा ने बताया कि राज्य सरकार ने सभी फैक्ट्रियों को साफ हिदायत दी है कि वे 54 दिनों तक चलने वाले इस मेले के दौरान कोई भी कूड़ा-कचड़ा नदियों में न बहाएं।
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