भाजपा ने बिहार केसरी श्री कृष्ण सिंह की 131 वीं जयंती समारोह का किया आयोजन
पटना। एस.के. मेमोरियल हॉल में आयोजित बिहार केसरी श्री कृष्ण सिंह की 131 वीं जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि एक कांग्रेस श्री कृष्ण बाबू की थी तो दूसरी कांग्रेस लालू प्रसाद की है। श्री कृष्ण बाबू की कांग्रेस के दौर में बिहार में उद्योग-घंधे स्थापित हुए और विकास हुआ, जबकि लालू कांग्रेस के दौरान एक-एक कर सभी बंद हुए। आज की कांग्रेस को तो श्री कृष्ण बाबू का नाम लेने का भी नैतिक अधिकार नहीं है। 15 साल के जंगल राज के दौरान बिहार की बर्बादी के लिए राजद के साथ कांग्रेस भी जिम्मेवार है।
श्री कृष्ण बाबू के कार्यकाल में स्थापित बरौनी का खाद कारखाना लालू प्रसाद के कार्यकाल में बंद हो गया, जिसे चालू कराने के लिए 7500 करोड़ की लागत से नरेन्द्र मोदी की सरकार ने काम प्रारंभ कर दिया है और अगले दो साल में यह कारखाना चालू हो जायेगा। बरौनी पावर प्लांट भी राजद के शासन के दौरान बंद हुआ था, जिसे एनडीए की सरकार बनने के बाद चालू कराया गया। श्री बाबू की देन बरौनी स्थित रिफाइनरी की 6 मिलियन टन क्षमता का विस्तार अटल जी की सरकार ने किया था और अब नमो की सरकार उसे बढ़ा कर 9 मिलियन टन कर रही है, जबकि श्री बाबू के निधन के बाद 25 वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजदू कांग्रेस कुछ नहीं कर पाई।
केन्द्र की सरकार ने बरबीघा रेलवे स्टेशन का नाम श्रीकृष्ण बाबू के नाम पर रखने का निर्णय लिया है। सिमरिया में गंगा नदी पर छह लेन का पुल बनाने के साथ पटना-मोकामा होते हुए खगड़िया तक फोर लेन का 2500 करोड़ की लागत से निर्माण हो रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि 15 साल के राजद के कार्यकाल में एक दर्जन से ज्यादा नरसंहार हुए। आखिर उस समय कौन मुख्यमंत्री था और किसके समर्थन से सरकार चल रही थी? आज एक बार फिर कांग्रेस लालू प्रसाद के भ्रष्टाचार का संरक्षण कर रही है। कांग्रेस को अपने कृत्यों के लिए बिहारवासियों से माफी मांगनी चाहिए।
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