समस्तीपुर। समस्तीपुर पुलिस की ओर से 15 लाख रुपये शहीद आशीष के परिवार को देने का निर्णय लिया गया है। खगड़िया में दिनेश मुनि गिरोह के डकैतों से मुठभेड़ के दौरान दारोगा आशीष कुमार सिंह शहीद हो गये थे। वे 2009 बैच के सब इंस्थेपेक्टर थे। एसपी हरप्रीत कौर ने पुलिसकर्मियों से अपील की कि एक दिन का वेतन शहीद आशीष के परिवार को दें, जिसे सभी ने मान लिया। एक दिन का वेतन 15 लाख रुपये होता है।
उनके शहीद होने पर समस्तीपुर एसपी हरप्रीत कौर की अध्यक्षता में पुलिस लाइन में शोकसभा आयोजित की गयी। पुलिसकर्मियों ने दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर एसपी ने सुझाव दिया कि समस्तीपुर पुलिस एक दिन का वेतन शहीद आशीष कुमार के परिवार को दें। एसपी हरप्रीत कौर के इस सुझाव को सर्वसम्मति से सभी पुलिस कर्मियो ने समर्थन दे दिया।
मेजर मिथिलेश सिंह ने बताया कि जिले के लगभग 1400 पुलिस कर्मियों के वेतन से लगभग 15 लाख रुपये शहीद के परिवार को दिया जायेंगे। खगड़िया पुलिस सूत्रो ने बताया कि शहीद आशीष अपने परिवार में सात वर्षीय पुत्र शौर्य और चार वर्षीय पुत्री आर्या के अलावा पत्नी सरिता सिंह को अपने पीछे छोड़ गये है।
बेगूसराय एसपी ने भी पुलिसकर्मियों से एक दिन का वेतन देने की अपील की
बेगूसराय। रविवार को बखरी थाना परिसर में पसराहा थाना के शहीद दारोगा आशीष कुमार सिंह की अपराधियों से मुठभेड़ में मौत के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए बखरी थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर संजय कुमार ने कहा कि आशीष कुमार सिंह एक अच्छे एवं जांबाज पुलिस आफिसर थे। अपनी जान की परवाह किये बिना ही वे अपराधीयों से मुठभेड़ करते हुए शहीद हो गए। मौके पर उपस्थित पदाधिकारी एवं लोगों ने तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। मौके पर एसआई मनेश कुमार सिंह, अशर्फी दुबे, एएसआई मिथिलेश कुमार, सोहन राम, सिपाही संजना कुमारी, पम्मी कुमारी, रजनी गुप्ता, अभिमन्यु कुमार, गौरी महतो, सपा जिलाध्यक्ष दिलीप केशरी, कमलेश कंचन, मुखिया सूर्यकांत पासवान, गौरव कुमार इत्यादी मौजूद थे। वहीं जानकारी के अनुसार बेगूसराय एसपी अवकाश कुमार ने तमाम पुलिसकर्मियों को अपने एक दिन का वेतन शहीद आशीष के परिजनों को समर्पित करने की अपील की है। वहीं फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को वीर कुंवर सिंह चौक से सुहीर्दनगर चौक तक शहीद थानाध्यक्ष आशीष कुमार को श्रद्धांजलि देते हुए कैंडल मार्च निकाला। जब तक सूरज चांद रहेगा शहीद आशीष का नाम रहेगा और शहीद आशीष अमर रहें जैसे नारे कैंडल मार्च में गूंजते रहे।
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