महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने ग्रहण किया राष्ट्रीय राजा मान सिंह तोमर सम्मान
ग्वालियर (मध्य प्रदेश)। कला और संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध संकट मोचन फाउंडेशन की उपलब्धियों में एक गरिमामयी कड़ी और जुड गई। मध्य प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग ने फाउंडेशन को सम्मानित किया। फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रोफेसर विश्वम्भरनाथ मिश्र ने सम्मान ग्रहण किया।
मध्य प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग की ओर से मंगलवार को संकटमोचन मंदिर के संगीत और भारतीय संस्कृति एवं कला कला के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए राष्ट्रीय राजा मानसिंह तोमर सम्मान प्रदान किया गया। संकटमोचन मंदिर के महंत एवं संकटमोचन फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रोफेसर विश्वम्भरनाथ मिश्र ने यह सम्मान मंगलवार को ग्वालियर में आयोजित भव्य समारोह में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के हाथों प्राप्त किया। सम्मान के अंतर्गत सम्मान चिन्ह, उत्तरीय, श्रीफल के साथ ही 1 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य जनों को संबोधित करते हुए संकट मोचन मंदिर के महंत प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र ने कहा कि संकट मोचन फाउंडेशन एक गौरवशाली परंपरा का निर्वहन कर रहा है और इस क्रम में छह दिवसीय श्रीसंकटमोचन संगीत समारोह, ध्रुपद मेला के अतिरिक्त संगीत साधना के कई नियमित प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। आगे भी इस श्रृंखला को और समृद्ध करने का प्रयास किया जा रहा है।
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बताते चलें कि मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग की ओर से संगीत, भारतीय संस्कृति एवं कला के संरक्षण में विशेष योगदान देने वाली संस्थाओं को राष्ट्रीय राजा मानसिंह तोमर सम्मान से सम्मानित किया जाता है। मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठापरक इस सम्मान वर्ष 2017 के लिए वाराणसी के संकटमोचन मंदिर का चयन किया गया था।
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