सौरभ गांगुली ने बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच सरकारी भूमि लौटायी

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पीएम नरेंद्र मोदी की कल कोलकाता में होने वाली सभा में पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरभ गांगुली की मौजूदगी को लेकर अब भी संशय की स्थिति बनी हुई है।
पीएम नरेंद्र मोदी की कल कोलकाता में होने वाली सभा में पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरभ गांगुली की मौजूदगी को लेकर अब भी संशय की स्थिति बनी हुई है।

कोलकाता। सौरभ गांगुली के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा के बीच उनसे स्कूल के लिए न्यू टाउन में आवंटित जमीन बंगाल सरकार वापस ले रही है। पिछले कई दिनों से भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली के भाजपा में शामिल होने को लेकर कयास लगाये जा रहे हैं। खासकर बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कयासबाजी तेज हो गयी है। अब उस कयासबाजी पर मुहर लगती दिख रही है।

सौरभ गांगुली ने हाल ही में पहले बंगाल के राज्यपाल व बाद में अमित शाह से भेंट करने के बाद गरीब बच्चों के लिए स्कूल बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से न्यू टाउन में 2013 में दी गई जमीन लौटाने की पहल शुरू कर दी थी। इसके बाद राज्य सरकार के आदेश के अनुसार हिडको ने जमीन वापस लेने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। हिडको की ओर से जमीन के बदले ली गयी रकम भी लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी।

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मिली खबर के मुताबिक गरीब बच्चों को विशोष आरक्षण देने की शर्त पर काफी कम दाम में न्यू टाउन के सेक्टर 1 के काफी भीड़-भाड़ वाले इलाके में 2 कट्ठा जमीन वर्ष 2013 में सौरभ को दी गयी थी। इसके बाद लाकटाउन के दौरान अगस्त माह में सौरभ ने स्कूल नहीं बनाने के निर्णय की जानकारी राज्य सरकार को दी थी। लेकिन राज्य सरकार ने इसका कोई नोटिस ही नहीं लिया। चार माह बाद जब सौरभ के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है तब सरकार ने इसका संज्ञान लिया है।

इधर माकपा (CPM) के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य एक दिन पहले सौरभ से मिलने उनके घर पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक सौरभ को वह राजनीति में नहीं आने की सलाह देने गये थे। उन्होंने सौरभ को क्रिकेट की दुनिया से ही जुड़े रहने की सलाह दी। अशोक भट्टाचार्य उनके परिबार का करीबी मित्र हैं।

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