पटना। भाजपा में काफी दिनों से उपेक्षित चल रहे शत्रुघ्न सिन्हा को आखिरकार कांग्रेस ने कबूल कर लिया। उन्होंने भाजपा के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया था। भाजपा के खिलाफ वे इतने मुखर थे कि विपक्ष की रैलियों में खुल कर शिरकत करना शुरू कर दिया था। बिहारी बाबू के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस में आने पर बिहार कांग्रेस के मैनिफ़ेस्टो कमिटी एवं रिसर्च विभाग के चेयरमैन आनन्द माधव ने हर्ष व्यक्त किया है।
श्री माधव ने कहा कि भाजपा में शत्रुघ्न सिन्हा जी चाहते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहे थे। इसलिए कि भाजपा की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। बिहार की जनता के लिये कुछ करने की छटपटाहट ही उन्हें कांग्रेस में खींच कर लाई है। अब शत्रुघ्न सिन्हा जी न सिर्फ़ पटना, बल्कि पूरे बिहार के लोगों की आवाज़ बनेंगे तथा खुल कर भाजपा शासन में हो रहे अन्याय और अत्याचार का विरोध करेंगे। बिहारी बाबू का कांग्रेस में स्वागत है तथा हम सब मिलकर राहुल गांधी जी को 2019 के चुनाव में प्रचंड बहुमत दिलायेंगे।
बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने भी शत्रुघ्न सिन्हा का स्वागत करते हुए कहा है कि इनका कांग्रेस में आना यह बताता है कि भाजपा में अच्छे और काम करने वाले लोगों की जरूरत नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोध कुमार, शशिकांत तिवारी, ब्रजेश मुन्नन, वरिष्ठ नेत्री जया मिश्र, सुधा मिश्रा, सब्ज़ी बाग़ के पार्षद असफर अहमद, सौरभ कुमार सिन्हा, संतोष उपाध्याय, अवनीश चौधरी, शाश्वत, केदार पांडेय आदि नेताओं ने भी शत्रुघ्न सिन्हा का स्वागत किया है।
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शत्रुघ्न सिन्हा के बारे में तभी से अकलें लगायी जा रही थीं, जब उन्होंने पार्टी को कई मौके पर कटघरे में खड़ा किया। पहले यह माना जा रहा था कि भाजपा उन्हें निष्कासित कर देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वे लालू प्रसाद के संपर्क में भी लगातार बने हुए थे। हाल के दिनों में उन्होंने कांग्रेस से मेलजोल बढ़ाया और नवरात्र के पहले दिन उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने की घोषमा कर दी।
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