राँची। सिल्ली कॉलेज की स्नातक इतिहास विभाग की छात्रा सुश्री मधुमिता कुमारी, जिसने जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स में रजत पदक हासिल किया था, के सम्मान में समारोह का आयोजन राँची विश्वविद्यालय द्वारा आर्यभट्ट ऑडिटोरियम में हुआ। अपने संबोधन में राँची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि राँची विश्वविद्यालय की अपनी इस ऐतिहासिक छात्रा पर पूरा विश्वविद्यालय गौरवान्वित है। उन्होंने कहा कि मधुमिता ने न सिर्फ राँची विश्वविद्यालय का सम्मान बढ़ाया है, बल्कि पूरे भारत देश का मान-सम्मान बढ़ाया है। उन्होंने मधुमिता का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि तुम आगे बढ़ो, पूरे देश को तुम पर नाज है।
सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए राँची विश्वविद्यालय की प्रतिकुलपति डॉ कामिनी कुमार ने कहा कि देखने में इतनी छोटी है, परंतु कार्य बहुत बड़ा किया है। उन्होंने मधुमिता की पारिवारिक बातें बताते हुए कहा कि चार बहनों में दूसरी मधुमिता ने एक मिसाल कायम करते हुए इस देश का सम्मान बढ़ाया।
सिल्वर गर्ल मधुमिता ने अपने संबोधन में कहा कि जब मैं राँची एरपोर्ट पर उतरी तो माननीय कुलपति एवं प्रतिकुलपति को सामने देखकर अभिभूत हो गई। उन्होंने कहा कि जब मैं 11 राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय खेलों में सफल नहीं हो सकी तो 12 वीं एशियन गेम्स में थोड़ा से गोल्ड मेडल से चूक गई और सिल्वर मेडल मिला।
उसने कहा कि गुरु के प्रति आदर, कड़ी मेहनत से मैं आज सफल हुई एवं उपस्थित युवाओं से कहा कि आप भी कोशिश करें तो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। मधुमिता को बुके, शाल, मोमेंटो एवं एक लाख रुपये का चेक कुलपति ने देकर सम्मानित किया।
सम्मान समारोह में मधुमिता के गुरु प्रकाश राम को भी सम्मानित किया गया। उन्हें बुके, मोमेंटो और 25 हजार रुपये का चेक दिया गया। सम्मान समारोह को राँची विश्वविद्यालय के वित्तीय परामर्शी श्री सुबिमल मुखोपाध्याय, राँची विश्वविद्यालय के DSW डॉ. पीके वर्मा, जेएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ उमेश चंद्र मेहता, डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, श्री शेखर बोस, प्रकाश राम ने भी संबोधित किया। समारोह का सफल संचालन डॉ कमल बोस ने किया और धन्यवाद ज्ञापन राँची विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अमर कुमार चौधरी ने किया। समारोह में HRDC के निदेशक डॉ अशोक कुमार चौधरी, डॉ एसएलएन दास, डॉ जी के श्रीवास्तव, डॉ जंग बहादुर पांडेय, डॉ के के वर्मा, डॉ गिरजा नाथ शाहदेव, डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ पी के झा,डॉ प्रितम कुमार, डॉ ब्रजेश कुमार सहित कई प्राध्यापक उपस्थित रहे।
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