नवादा में नीतीश सरकार पर बरसे केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा

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नवादा। रालोसपा के रास्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार के सरकारी स्कूलों की बदहाली के लिए पूर्णतः नीतीश सरकार जिम्मेदार है। वे रविवार को समाहरणालय के निकट पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा शिक्षा की बदहाली को लेकर आयोजित धरना सह उपवास कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। श्री कुशवाहा ने कहा कि बिहार के 7 जिलों में केंद्रीय स्कूल नहीं हैं। इसके लिए कई बार केंद्रीय विद्यालय खोलने के उद्देश्य राज्य सरकार से प्रस्ताव मांगा गया। केवल नवादा व औरंगाबाद के डीएम ने केंद्रीय विद्यालय के लिए प्रस्ताव भेजा। पूरे देश से 200 केंद्रीय विद्यालयों का प्रस्ताव आया। बिहार के औरंगाबाद से मेरे ही प्रयास से दो प्रस्ताव भेजे गए थे। इसमें एनटीपीसी की जमीन पर एक स्कूल का शुभारंभ हुआ, लेकिन दो प्रस्तावों पर बिहार सरकार ने जमीन उपलब्ध नहीं कराई।

इससे बड़ी उदासीनता क्या हो सकती है। आज लोग केंद्रीय विद्यालय में अपने बच्चों को इसलिए पढ़ाना चाहते हैं कि वहां बेहतर शिक्षा दी जाती है। जिस दिन बिहार के गांव की स्कूलों की दशा बेहतर होगी, तब कोई भी क्यों केंद्रीय विद्यालय में अपने बच्चों को पढ़ाना चाहेगा।

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श्री कुशवाहा ने कहा कि 7 अगस्त 2018 को एक ही पत्र से 13 केंद्रीय विद्यालयों की स्वीकृति दी गई। इसमें नवादा व औरंगाबाद का देव कुल भी शामिल हैं। बावजूद इसके बिहार सरकार ने दोनों स्कूलों के लिए जमीन हस्तांतरित नहीं की। बिहार सरकार ने शर्त रखी थी कि जमीन तभी स्थानांतरित करेंगे, जब बिहार के 75% बच्चे पढ़ेंगे। जबकि सच्चाई है कि बिहार में जितने भी केंद्रीय विद्यालय हैं, उनमें बिहार के 98% बच्चे पढ़ रहे हैं। निकट के हरनौत, लखीसराय, जहानाबाद के केंद्रीय स्कूलों में शत प्रतिशत बिहार के ही लड़के पढ़ रहे हैं। इस तरह का प्रस्ताव केवल जमीन नहीं उपलब्ध कराने का बहाना मात्र है।

उन्होंने कहा कि बिहार के गांधी मैदान से ही बिहार की जर्जर शिक्षा व्यवस्था को ठीक करने का संकल्प लिया है। इसे मरते दम तक भी पूरा करने का प्रयास करूंगा। जरूरत है केवल बिहार वासी मुझे समर्थन करें। उन्होंने कहा कि झारखंड में एक स्कूल की जमीन के लिए वन विभाग को 2500000 रुपए देने थे। झारखंड सरकार ने जल्दी देकर जमीन मुहैया करा दी, लेकिन बिहार सरकार ने जरा भी रुचि नहीं  ली। जिस राज्य की शिक्षा व्यवस्था बदतर होगी, वहां किस तरह की उम्मीद की जा सकती है।

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उन्होंने कहा कि मेरे इस विभाग के मंत्री रहते हुए बिहार में दर्जनों केंद्रीय विद्यालय खुल सकते थे, लेकिन बिहार सरकार ने जान-बूझकर ऐसा नहीं होने दिया। मौके पर सांसद भूदेव चौधरी ने बिहार वासियों से उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री बनाने का भी आह्वान किया। इस अवसर पर युवा रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कामरान ,वरिष्ठ नेता पूर्व मुखिया श्रवण कुशवाहा, मुसाफिर कुशवाहा, उमाशंकर कुशवाहा, राजेंद्र कुशवाहा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए उपेंद्र कुशवाहा को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने का आह्वान किया। उपवास व धरना पर सैकड़ों कार्यकर्ता बैठे थे।

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