पटना। बिहार के सड़क निर्माण की अग्रणी कंपनी साज कंस्ट्रक्शन के एमडी अखिलेश जायवाल से सत्तारूढ़ दल के कुचायकोट के विधायक अमरेंद्र उर्फ पप्पू पांडेय द्वारा 50 लाख की रंगदारी की मांग को राज्य के वैश्य समाज ने अपने आत्मसम्मान व प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। पूरे बिहार में विधायक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन जारी है।
वैश्य संगठनों ने गिरफ्तारी नहीं होने पर बिहार बंद कर आंदोलन की धमकी है। इसी क्रम में आज फतुहा, खुसरूपुर, बख्तियार और बाढ़ में वैश्यों ने अपनी ताकत का इजहार धरना, जुलूस, प्रदर्शन और पुतला फूंक कर किया। जमा हुए लोगों में काफी आक्रोश दिख रहा था।
इन सभी जगहों पर वैश्य समाज के लोगों की भारी संख्या मौजूदगी थी। अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के प्रवक्ता संजय वर्मा ने कहा कि 28 दिसम्बर को ही पटना के शास्त्रीनगर में पप्पू पांडे के विरुद्ध 50 लाख की रंगदारी मांगने और जान मारने की धमकी की प्रथमिकी दर्ज करायी गई। दस दिन हो गए, पर थाना ने गिरफ्तारी तो दूर, अभी तक पूछताछ भी नहीं की है। जाहिर है कि सरकार अपने विधायक को बचा रही है।
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उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार ने पप्पू पांडे को शीघ्र गिरफ्तार नहीं करवाती है और पार्टी से निष्कासित नहीं करती है तो गंभीर परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। 20 तारीख के बाद सम्पूर्ण बिहार बंद कर सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा। श्री वर्मा ने बताया कि पप्पू पांडेय ने सड़क निर्माण कंपनी के एमडी से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। इसके पहले भी वह एमडी से वसूली कर चुके हैं। उन्होंने आश्चर्य जताया कि नीतीश कुमार अपने सुशासन के वादे के मुताबिक अपने विधायकों के खिलाफ आपराधिक शिकायतें मिलने पर कार्रवाई करते रहे हैं, लेकिन पप्पू पांडे के माले में उनकी चुप्पी समझ में नहीं आती।
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