छपरा। गया था रामनवमी का जुलूस देखने, गोली लगने से हो गयी मौत। सारण जिले के सहाजितपुर थाना क्षेत्र के मेढुका गांव के जमुनिया बाबा मठिया के समीप हुई घटना। रामनवमी के जुलूस के दौरान एक हत्या हो गयी। दो युवकों के बीच फायरिंग को लेकर पहले हड़प हुई। इसी क्रम में एक युवक को गोली लग गई। जख्मी युवक की मौत इलाज के क्रम में अस्पताल में हो गई। इसकी सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया।
यह भी पढ़ेंः ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी की पाकीजा के पीछे की दास्तान
घटना के संबंध में बताया जाता है कि स्थानीय निवासी राजू राय व गांव का ही एक अन्य युवक जुलूस के तैयारी में लगे हुए थे। इसी दौरान जुलूस में फायर करने को लेकर दोनों युवकों के बीच झड़प हो गई। इसी झड़प में 20 वर्षीय राजू राय को गोली लग गई। प्रत्यक्षदर्शीयों के अनुसार गोली युवक की छाती पर लगी थी। घटना के बाद जुलूस में सम्मिलित स्थानीय लोगों द्वारा घायल युवक को बनियापुर रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों द्वारा युवक को मृत घोषित कर दिया गया।
यह भी पढ़ेंः मोरारजी देसाई खुद का बैठकखाना यानी घर नहीं बनवा सके थे
कुछ लोगों का कहना है कि दोनों युवक बाइक से जा रहे थे, उसी दौरान गोली चली। दूसरे युवक की पहचान अभी नहीं हो सकी है। घटना की जानकारी मिलते ही गांव के लोग और परिजन अस्पताल पहुंचे। शव देखते ही चीख-पुकार मच गयी। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची।
यह भी पढ़ेंः जगजीवन राम, जिन्हें कभी अगड़ों ने दुत्कारा, फिर बाबूजी कह पुकारा
तालाब में डूबने से बच्चे की मौतः सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र के कवलपुरा गांव स्थित तालाब में डूबने से डा. चन्द्रशेखर सिंह के भतीजे 5 वर्षीय रुद प्रताप की मौत हो गई। घटना शुक्रवार को देर शाम की उस वक्त हुई, जब उक्त बच्चा साइकिल चलाने के दौरान तालाब में गिर गया। जब परिजन बच्चे को खोजते तालाब की तरफ गए और उसे तालाब में तैरते पाया। उसे अचेत अवस्था में इलाज के लिए मशरक पीएचसी ले जाया गया। अस्पताल में चिकित्सक की अनुपस्थिति के कारण परिजन इलाज के लिए डॉ. शैलेन्द्र कुमार सिंह के निजी क्लिनिक पहुचे। चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
यह भी पढ़ेंः महाराजगंज का महाराज बनने के लिए मच गया घमासान
घटना की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। मृतक विवेकानन्द सिंह का पुत्र बताया जा रहा है। घर में शादी को लेकर चल रहा मांगलिक गीत कार्यक्रम क्षण भर में मातम में बदल गया। विवेकानन्द अपने चचेरे भाई की शादी में शामिल होने मढ़ौरा से सपरिवार आए थे। 15 अप्रैल को तिलक समारोह था।
यह भी पढ़ेंः मलिकाइन के पाती- पोखरा खोनाइल ना, घरियार डलले डेरा